डीप ब्रीदिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है. जिसमें मन में काउंटिंग करते हुए खींच के सांस फेफड़ों में भरते हैं. कुछ निश्चित समय रोक कर सांस को एक निश्चित समय में बाहर छोड़ते हैं।  एक्सरसाइज से डीप सेल लेवल पर नरिशमेंट होता है. जिसके बहुत सारे लाभ होते हैं। 

ब्रेन फिट रखने में डीप ब्रीदिंग मददगार है। ब्लड और लिम्फ के सेर्कुलशन बेहतर रहता है।यह एक्सरसाइज बॉडी की डीप टिश्यू के साथ ही इमोशनल सिस्टम को भी नरिश करता है।जिससे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक रूप से फिट रह सकते हैं।

फ्रेंड्स हम खाने से पहले भोजन की क्वालिटी चेक करते हैं और पीने से पहले पानी की चेक शुद्धता चेक करते हैं, लेकिन पर क्या हम सांस लेने से पहले हम कुछ चेक करते हैं ?

साँस लेते टाइम भी हम लापरवाह रहते हैं, क्योंकि श्वसन प्रक्रिया चल ही रही है। उसमे हमें कुछ विशेष करना नहीं पड़ता है, इसलिए बहुत बार हम एक रॉन्ग ब्रीदिंग पैटर्न के आदी हो जाते हैं। जिसकी वजह से हमारे शारीरिक ऊर्जा और मानसिक ऊर्जा में कमी आने लगती है।

रॉन्ग ब्रीदिंग पैटर्न से हम शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से कमज़ोर पड़ने लगते हैं।

हमारे अंदर जो ऊर्जा है वो हमारे लिए बहुत महत्वूर्ण है। ऊर्जा शरीर की हो या मानसिक ऊर्जा हो दोनों मिलकर ही हमारे लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है। 

हम अच्छा खाना खाकर, योग द्वारा, या वर्कआऊट करके या कोई एनर्जी टॉनिक लेकर ऊर्जा प्राप्त करते हैं। लेकिन क्या आप ये जानते हैं अगर आप इस ऊर्जा को प्राप्त करना चाहते हैं तो ज़रूरी ये है, कि आप अपने ब्रीथिंग पैटर्न को ठीक करना जान जायें।

श्वास (breathing) को हम प्राणवायु भी कहते हैं। सही ब्रीथिंग पैटर्न हमारे ऊर्जा स्तर को बनााये रखता है।

तीन मिनट की डीप ब्रीदिंगहमें शारीरिक मानसिक और भावनात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण कर देती है। आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि डीप ब्रीदिंग के क्या लाभ हैं।

डीप ब्रीदिंग के लाभ

1 . आनंद की अनुभूति

हमारे शरीर में डीप ब्रीदिंग से  एंडोर्फिन  रिलीज़ होता है। यह एंडोर्फिन वह केमिकल होते हैं जो हमारे शरीर के लिए पेन किलर का काम हैं। यह हमें उत्साह और हैप्पीनेस देता है।

2. इम्प्रूव ब्लड फ्लो यानि बेहतर रक्त का प्रवाह 

ब्लड के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए डीप ब्रीदिंग काम आती है।जिससे आपकी पूरी इंटरनल बॉडी रिफार्म होने लगेगी।

ब्लड का फ्लो जितना हमारी डीप सेल्स तक पहुँचता है उतना ही हमारी सेल को नुट्रिएंट्स और ऑक्सीजन पहुँचता रहता है जिससे वह हेल्थी रहती हैं।

एक बेहतर ब्लड फ्लो आपकी स्किन डिजीज समाप्त करके आपकी त्वचा को ग्लोइंग और टोन्ड बनाता है। 

3. थकान और अवसाद दूर होगा

गहरी सांस या डीप ब्रीदिंग हमें बड़ी एनर्जी देती है। जब भी आप थकान महसूस कर रहे हों, डिप्रेशन महसूस कर रहे हों या बेचैनी महसूस कर रहे हों अपनी स्पाइन को सीधा करके डीप ब्रीथिंग शुरू कर दें।

4. इम्प्रूव प्रोडक्टिविटी

अनिंद्रा, माइग्रेन, तनाव, गुस्सा अगर किसी काम को करते करते आपका उस काम को करने का मन न करे आपका दिमाग थक गया है तो आप उस समय सिर्फ दो तीन मिनट तक डीप ब्रीथिंग कर लें जिससे आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी।

5. डिटॉक्सीफाई बॉडी

जब आप डीप ब्रीदिंग करते हैं तो आपकी बॉडी में जो टॉक्सिन्स हैं वो रिलीज़ हो जाते हैं। कई बार ये टोक्सिन पानी पीने से नहीं निकल पाते है

शरीर में मौजूद विषैले तत्व पूरी तरह डीप ब्रीदिंग से ही रिलीज़ होते हैं। इससे आपका चेहरा भी चमकने लगता है।

6. आकर्षक और सुडौल शरीर

जब भी आप डीप ब्रीदिंग करेंगे आपकी रीढ़ की हड्डी यानि स्पाइन सीधी रहेगी, आपके कन्धे नहीं झुकेंगे।

आपके शारीरिक संगठन में एक जबरदस्त सुधार आयेगा।आपकी पर्सनालिटी में आकर्षण आएगा। आपके आइडियाज बेहतर होंगे। आप बेहतर प्रकार से अपने कामों को करेंगे।

7. बॉडी का मीडियम एसिडिक से एल्कलाइन

तनाव, बेचैनी या जंक फ़ूड से हमारी बॉडी में एसिडिक मीडियम बनता है। हमारी बॉडी में कभी भी एसिडिक मीडियम नहीं होना चाहिए।

शरीर के जितने भी बैक्टीरिया होते हैं वो एसिडिक मीडियम में ही पलते हैं। कहते हैं कैंसर जैसी सेल भी एसिडिक मीडियम में ही बढ़ती हैं। अगर हम अपने शरीर का मीडियम एल्कलाइन कर लें तो ये बैक्टीरिया नहीं पनपेंगे।

8. बॉडी और माइंड रिलैक्स होगा

जब भी आप डीप ब्रीदिंग करते हैं तो आपकी बॉडी और माइंड रिलैक्स होना शुरू हो जाते हैं । एक बात आप ध्यान दीजिये जब भी हम तनाव या बेचैनी में होते हैं तो हमारी सांसे तेज चलने लगती हैं और हम जल्दी जल्दी सांस भरने लगते हैं। 

ऐसे में डीप ब्रीथिंग तकनीक (x,4x,2x) यूज़ करने पर हमारा माइंड फिर से रिलैक्स हो जायेगा।

9. डाइजेस्टिव सिस्टम एक्टिवेट होगा 

हम अपने डायजेस्टिव सिस्टम को डीप ब्रीथिंग से एक्टिवेट कर सकते हैं। डीप ब्रीदिंग से ऑक्सीजन की अधिक मात्रा हम इन्हेल करते हैं। ये ऑक्सीजन हमारे मेटाबोलिक सिस्टम और डाइजेस्टिव सिस्टम को एक्टिवट करती है।

अगर आप पेट ख़राब होने की बीमारियों जैसे कब्ज़ एवं गैस से ग्रसित हैं तो डीप ब्रीथिंग करना शुरू कर दें। आप पाएंगे की आपका पाचन तंत्र सही हो रहा है।

10. इम्प्रूव लिम्फेटिक सिस्टम

हमारे शरीर में जो लिम्फेटिक सिस्टम है उसे हम सिर्फ डीप ब्रीदिंग से ही क्लीन कर सकते हैं। लिम्फेटिक सिस्टम दूषित होने से विभिन्न बीमारियाँ होने लगती हैं। इस सिस्टम को डीप ब्रीदिंग से ही डेटॉक्स किया जा सकता है।

11. निर्णय लेने में सक्षम बनाता है

जब भी हम कोई निर्णय नहीं ले पा रहे होते है इसका मतलब हमारा दिमाग थक गया है ऐसे में उसे एक्स्ट्रा ऑक्सीजन की सप्लाई डीप ब्रीदिंग से ही मिलेगी।

जितना पुरे शरीर में ऑक्सीजन की जरूरत है उसका 20 % हमारे दिमाग को चाहिए। इसी तरह जितना पुरे शरीर को ग्लूकोज़ चाहिए उसका 25 % अकेले ब्रेन को चाहिए।

जब डीप ब्रीदिंग करते हैं तो ग्लूकोज़ आपके डीपर टिश्यू में जाती है और ब्रेन को ऑक्सीजन भी मिलती है।इसलिए जब भी आप थकान के कारण निर्णय न ले पा रहे हों तो डीप ब्रीथिंग लेने लगें जिससे आपका ब्रेन एक्टिव हो जायेगा और आप निर्णय ले पायेंगे।

12. एंटी एजिंग में मददगार

डीप ब्रीदिंग से नई मांसपेशियां यानि मसल्स बनने लगती हैं। यदि हम अपनी मसल्स को समाप्त होने से बचाते हैं और नई मसल्स बनाते रहते हैं तो उससे हमारी बढ़ती उम्र रुक जाती है। और हम युवा ऊर्जा का अनुभव करते हैं।

गहरी श्वास प्रणाली (deep breathing method)

यह साइंटिफिक मेथड सिर्फ १० से १२ बार करना होता है और यह ३ से ४ मिनट में पूरा हो जाता है हमे ६ से ७ घंटे के लिए रिचार्ज कर देता है जिससे आपकी बॉडी ऊर्जा से भरपूर रहेगी।
फार्मूला है –

साँस भरें – X सेकंड तक ,

फिर रोकें -4X सेकंड तक ,

अब छोड़ें -2X सेकंड तक

मतलब यदि हम साँस ३ सेकंड तक ले रहे है तो उसे १२ सेकंड तक रोकें और उसे ६ सेकंड में छोड़े।

इस तकनीक के जनक एन्थोनी रॉबिन्सन ने बताया है की अगर आप इसे करते है तो आप कैंसर जैसे गंभीर रोग से भी बचे रह सकते हैं।