Constipation | कब्ज़
वरिष्ठ लोगों की आम समस्या
Chronic Constipation पुराना कब्ज़ हमेशा से ही वरिष्ठ लोगों में एक आम समस्या है। यह एक ऐसा विषय है जिस पर लोग आमतौर पर बात करने से बचते हैं। लोग ज्यादातर इसके बारे में खुल कर चर्चा करने से कतराते हैं। उन्हें लगता है, इससे कहीं वे मजाक के पात्र न बन जाएँ। और समस्या के ज़्यादा बढ़ जाने के बाद भी अपने डॉक्टर से अनिच्छा से हिचकते हुए ही बात करते हैं।
कब्ज एक आम पाचन मुद्दा है, जिसमें लोग मल त्याग से पीड़ित होते हैं या मल त्याग करने में जबरदस्त कठिनाई का सामना करते हैं। एक ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, देश की लगभग 22 प्रतिशत वयस्क आबादी कब्ज से पीड़ित है और 13 प्रतिशत भारतीय आबादी की गंभीर कब्ज़ की स्थिति से पीड़ित है। जैसा कि लोग इसके बारे में बात करने से हिचकते हैं। तो यह आंकड़े सिर्फ एक अनुमान भर हैं।
Constipation | Problem or a Reason
कब्ज़: रोग या रोगों का कारण
अगर समय से इस समस्या पर ध्यान दिया जाये तो इसका इलाज और निदान आसान है। मगर इस हिचकिचाहट के कारण समय से इसका सही इलाज नहीं हो पाता। जबकि अधिकतर मामलों में सरल घरेलू उपचार ही इसके लिए काफी होते हैं।
पुराना कब्ज़ Chronic Constipation अपने साथ बीमारीओं और परेशानिओं की एक लम्बी लिस्ट साथ लाता है।
- गैस, acidity – अम्लता, जलन
- जैसे गाँठ, ट्यूमर, Piles -पाइल्स, फिस्टुला।
- तंत्रिका यानि न्यूरोलोजिकल समस्याओं के बात करें तो Parkinson’s disease पार्किंसंस रोग, मल्टीपल स्क्लेरोसिस।
- Metabolic चयापचय सम्बन्धी समस्याएं जैसे गंभीर थायरॉइड, रक्त में मैग्नीशियम की कमी।
- भावनात्मक समस्याएं जैसे चिड़चिड़ापन, उलझन, सरदर्द एवं तनाव।

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Constipation | Different Views
कब्ज़: विभिन्न मत
आयुर्वेद के अनुसार प्रत्येक दिन और हर दिन एक आंत को खाली करने में विफलता के परिणामस्वरूप आंतों में आंशिक रूप से पचने वाले भोजन और भोजन से उत्पन्न विषाक्त पदार्थों का अवशोषण धीरे-धीरे अम्लता, उच्च रक्तचाप, गठिया, एथेरोस्क्लेरोसिस, पित्ताशय की बीमारी, विभिन्न कैंसर और त्वचा विकारों सहित बीमारियों का कारण भी होता है।
इस बात से मॉडर्न मेडिकल साइंस सहमत नहीं। आयुर्वेद के अनुसार दैनिक मल त्याग आवश्यक है जबकि आज के डॉक्टर्स के हिसाब से सप्ताह में तीन बार से कम मल त्याग को वह कब्ज़ की श्रेणी में रख सकते हैं।
Constipation | Reasons
कब्ज़ और कारण
कब्ज़ के कुछ कारणों की बात करें तो
- कब्ज दवाओं का एक साइड इफेक्ट भी हो सकता है।
- विशेष रूप से डिप्रेशन, सिज़र्स, और एलर्जी की दवाएं एंटीडिप्रेसेंट, एंटीकॉनवल्सेंट और एंटीहिस्टामिंस।
- अधिकांशतः इसका कारण है अनियमित दिनचर्या, तेज मिर्च-मसालों और तला हुआ खान-पान।
- इसके अलावा हमारी बढ़ती हुई शारीरिक निष्क्रियता जैसे भोजन के साथ टेलीविज़न देखना फिर बैठे रहना।
- और रात के खाने के बाद सीधे सो जाने जैसी आदतें कब्ज के लिए जिम्मेदार होती हैं।
- यह आदतें हमें समय रहते ही बदलनी होंगी वरना वरिष्ठ होने पर तो यूँ भी मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं।
Constipation | Symptoms
कब्ज के लक्षण

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मल त्याग के बाद भी संतुष्टि न होना
मल त्याग करने में परेशानी (तनाव)
छोटा या कठोर मल
ऐसा महसूस हो रहा है अभी कुछ बाक़ी है
पेट में सूजन या पेट में दर्द
उल्टी
Protection from Constipation | कब्ज़ से बचाव
कब्ज़ से बचने के लिए सबसे पहले तो हम अपने खान-पान और जीवन शैली में कुछ साधारण परिवर्तन कर सकते हैं।

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1 .Avoid | कब्ज़ करने वाली चीज़ों से बचें
- सफेद चावल (White Rice)
- मैदा
- कच्चे केले
- लाल मिर्च और तेज मसाले
- चाय
- पनीर
- चॉकलेट
2 .Use | पेट को साफ़ रखने के लिए खाएं
- फलियां
- साबुत अनाज
- विशेष रूप से चोकर युक्त आट्टा
- सब्जियां
- ताजे फल
- फलों में अमरूद और पपीता, कब्ज के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनका सेवन करने से पेट की समस्याएं तो समाप्त होती ही हैं, त्वचा भी खूबसूरत बनती है।
- सूखे मेवे
- उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ
- पानी – मल को नरम करता है।

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3.Daily Routine | नियमित दिनचर्या
अपनी दिनचर्या का एक निश्चित समय रखें। यानी सुबह उठने का, नित्यकर्म, व्यायाम, नाश्ता, खाना, आराम करना आदि। वरिष्ठ लोगों को शाम अंतिम भोजन 7 से 8 बजे तक कर लेना चाहिए। संभव हो तो सूर्यास्त से पहले तक।
4 . Exercise Daily | नियमित रूप से व्यायाम करें
व्यायाम और नियमित शारीरिक गतिविधि समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है, इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह पाचन तंत्र को सही तरह से काम करने में भी मदद करता है। वरिष्ठ लोगों को अपनी सुविधानुसार जितना संभव हो व्याव्याम करना चाहिए। योग और Meditation ध्यान भी इसमें सहायक होते हैं।
5. Fix time of Washroom | नियमित रूप से शौच जाएँ एक नियत समय पर
यह एक अच्छा विचार है कि एक दैनिक दिनचर्या हो जहां आपके बड़े वयस्क हर दिन कम से कम “कोशिश” करते हैं।लेकिन कभी भी वे आग्रह महसूस करते हैं यानि ऐसा लगे की उन्हें बाथरूम जाना चाहिए तो तुरंत जाना चाहिए।
6 . Take Soluble Fiber | दैनिक घुलनशील फाइबर पूरक लें
ईसबगोल, या रेशेदार खाद्यपूरक जैसे घुलनशील फाइबर सप्लीमेंट को पेय पदार्थों में शामिल करें।
आज कल मेडिकल स्टोर्स पर बहुत अच्छे विकल्प उपलब्ध हैं जो पूरी तरह से घुल जाते हैं। पीने में भी आसान हैं। वे स्वादहीन विकल्पों में भी आते हैं जिन्हें किसी भी पेय में जोड़ा जा सकता है।
महत्वपूर्ण: यदि आप कोई दवा लेते हैं तो डॉक्टर का परामर्श ज़रूर लें।
6. जुलाब का उपयोग ठीक से करें
ऐसा देखा गया है कि जुलाब के दीर्घकालिक उपयोग से जुलाब के आदी हो जाते हैं। बेशक ज़रूरत पड़ने पर वरिष्ठ लोगों को चिकित्सक द्वारा रेचक laxative अनुमोदित Recommend किया जाता है। और उन्हें एक उपयुक्त खुराक लेनी भी चाहिए पर कोशिश होनी चाहिए के वे इसके आदी न होने पाएं।
Constipation Home Remedies
कुछ घरेलू उपचार कब्ज़ के लिए
यूँ तो खुद के कब्ज़ के बारे में लोग बताते हुए हिचकते हैं, पर जब बात आती है घरेलु नुस्खों की तो जितने मुहं उतनी बातें। ऐसा लगता है हर कोई कभी न कभी इस कब्ज़ से पीड़ित रहा है तभी तो सबके पास कोई न कोई सुझाव मौजूद है। यहां हम कुछ घरेलू उपायों के बारे में बता रहे हैं। जो आमतौर पर घरों में इस्तेमाल किये जाते रहे हैं। और सच बताऊँ तो कुछ मैंने भी आजमाए हैं।
- सबसे पहले सबसे साधारण उपाय, यानी रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी का सेवन करके सोएं और एक गिलास सुबह हल्का गर्म पानी पियें और थोड़ा टहलें। ऐसा नियंमित रूप से करने पर कभी कब्ज़ की समस्या नहीं सताएगी।
- कब्ज दूर करने के लिए शहद बहुत उपयोगी है। रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद को एक गिलास में गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पीना चाहिए। नियमित रूप से ऐसा करने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
- रोज़ रात में सोने से पहले हरड़ के चूर्ण या त्रिफला को कुनकुने पानी के साथ पिएं। इससे न सिर्फ कब्ज दूर होगा, साथ ही पेट में गैस की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी।
- इसबगोल की भूसी दूध, पानी, मलाई, अथवा शहद के साथ ली जा सकती है।
- किशमिश का सेवन भी पेट को साफ़ रखने में मदद करता है।
- मुनक्का को रातभर भिगो कर सुबह उबाल कर पीने से कब्ज़ में रहत मिलती है।
- एक चम्मच सूखी धनिया को रातभर एक गिलास पानी में भिगोकर, उबाल के खाली पेट पीने से भी कब्ज़ में आराम मिलता है।
- खाने में हरी सब्ज़ियां, और साग पेट को स्वस्थ रखते हैं।
Alternative Methods for relief in Constipation
कब्ज़ निवारण के वैकल्पिक उपाय
कब्ज़ निवारण के बहुत से वैकल्पिक उपाय भी हैं। जैसे एक्यूप्रेशर, योग, एंजेल थेरेपी और एंजेल नंबर्स इत्यादि।
When to Visit Dr.? | डॉक्टर को कब देखना है?
वरिष्ठजन कभी भी चिकित्सक के साथ कब्ज पर चर्चा करने में संकोच न करें। और यदि आहार में बदलाव, व्यायाम, और घरेलू उपचार के संयोजन की कोशिशों के बावजूद और आपको कोई राहत नहीं मिल रही है, तो चिकित्सक को ज़रूर दिखाएँ।
नोट: आपके पास भी कुछ ऐसे सुझाव हों जो constipation यानि कब्ज़ में आराम पहुंचाएं तो कमेंट में जरूर शेयर करें। हम उन्हें इस पोस्ट में आपके नाम के साथ संलग्न करेंगे।
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Thank you!