Daily Routine | नियमित दिनचर्या
- एक नियमित दैनिक दिनचर्या Daily Routine स्वभाविक रूप से वरिष्ठों के लिए तनाव को कम करती है।
हम युवा हो या बूढ़े, लोग उन चीज़ों से ज़्यादा ज्यादा डरते हैं, जो हमें अभी पता ही नहीं। इसके लिए आमतौर पर एक ही सवाल किया जाता है, कि अब क्या होगा ? - उम्र साथ-साथ जब व्यक्ति अपनी शारीरिक, और संज्ञानात्मक क्षमताओं पर नियंत्रण खो देता है।
- क्षमताओं के कम होने के साथ उसकी स्वतंत्रता में भी कमी आती है।
- जब दूसरों पर निर्भरता बढ़ जाती है तब मन एक अज्ञात / अंजान डर से भर जाता है।
- इस पर यदि उस व्यक्ति के दिन अव्यवस्थित और अप्रत्याशित हों।
- दैनिक क्रिया कलापों में भी कोई तालमेल न हो तो इससे तनाव और बढ़ जाता है।
Importance of Daily Routine | नियमित दिनचर्या का महत्व
- नियमित दिनचर्या वरिष्ठों और उनके देखभाल करने वालों दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
- एक दैनिक नियम (Daily Routine) होने पर कब क्या होना चाहिए और इसके बारे में सोचने या चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं रहती। साथ ही यह डर भी समाप्त हो जाता है कि आगे क्या होगा।
- ऐसा देखा गया है कि दैनिक नियम (Daily Routine) का पालन करने से तनाव कम होता है, सुरक्षा की भावना बढ़ती है और नींद में सुधार भी होता है।
- यह बुजुर्गों को स्वस्थ और खुश महसूस करने में मदद करता है।
- चलिए अब हम बताते हैं कि, एक Daily Routine दैनिक दिनचर्या क्या है? और उनसे होने वाले कुछ फ़ायदे जो वरिष्ठों को एक नियमित दैनिक दिनचर्या से मिलते हैं।
What is a Daily Routine | एक दैनिक दिनचर्या क्या है?
- दिनचर्या यानि कि हर दिन एक जैसे दिन ज़रूरी काम या कहें दैनिक क्रिया कलाप लगभग एक ही समय के आसपास किया जाना। ऐसा करने से हमारे दिन को एक प्राकृतिक प्रवाह मिलता है।
- दिनचर्या होने से यह याद रखना भी आसान हो जाता है की कब आपको या आपके बुजुर्ग को दवा लेनी है।
- कब वाशरूम का उपयोग करना है। नाश्ता, खाना, टहलना, आराम करना जैसी आवश्यक चीजें करनी हैं।
- यहाँ पर एक नियमित दिनचर्या का उदाहरण दिया जा रहा है।
- यह दिनचर्या स्थान, मौसम और व्यक्ति विशेष के हिसाब से बनायी जा सकती है।
- यह दिनचर्या व्यक्ति के अनुसार इस प्रकार होनी चाहिए की उसे अनुसरण करने में कम से कम परेशानी हो।
एक नियमित दिनचर्या का हिस्सा:
- सुबह 7 बजे उठना होगा।
- शौचालय जाना।
- दांत ब्रश करना एवं हाथ मुहं धोना।
- योग करना या हलकी फुलकी कसरत करना स्ट्रेचिंग या टहलना।
- कंघी करना, रात के कपड़े बदल कर तैयार होना।
- फिर दलिया और चाय के साथ गर्म नाश्ते के लिए बैठना होगा।
- उसके बाद, आपके बड़े वयस्क अपनी सुबह की दवाएँ लेंगे।
- निश्चित समय पर नहाना।
- दोपहर का खाना, आराम करना।
- शाम को टहलना।
- कुछ वक्त प्रकृति के साथ बिताना।
- सूरज ढलने से पहले ही हल्का खाना खा लेना।
- और समय पर लगभग ९ बजे तक सो जाना किताब पढ़ते हुए।
जब वरिष्ठ वयस्क अपने लिए या आप अपने वरिष्ठों के लिए एक दैनिक दिनचर्या बनाते हैं। तो इसे इस प्रकार बनायें कि नयी दिनचर्या लगभग वर्तमान दैनिक गतिविधियों के आसपास हो ताकि समायोजन (adjustment) बहुत मुश्किल न हो।
इसके अलावा, ध्यान रखें कि एक कठोर अनुसूची आवश्यक नहीं है। क्योंकि यह दिनचर्या बुजुर्गों के लिए बनायी जा रही है जहाँ मुख्य लक्ष्य उनके दिन को अधिक संरचना और पूर्वानुमान देना है। जिससे यह उनके लिए आसान हो सके।
Benefits of Daily Routine | नियमित दिनचर्या के फ़ायदे
Freedom from Stress and Anxiety | तनाव और चिंता से मुक्ति
- जिन बुजुर्गों का जीवन अस्त-व्यस्त है।
- जिनकी दैनिक गतिविधियां भी अपने नियंत्रण नहीं है, वे लगातार तनावग्रस्त और चिंतित महसूस कर सकते हैं।
- अगले पल में क्या होने वाला है, इसके बारे में वे भटकाव या अनिश्चित महसूस कर सकते हैं।
- ऐसा अक्सर तब होता है, जब किसी को अल्जाइमर, मनोभ्रंश, स्ट्रोक, या अन्य स्वास्थ्य स्थिति होती है।
- किसी भी तरह की मानसिक परेशानी महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक या शारीरिक हानि का कारण बनती है।
- कुछ बड़े वयस्क अपने दिनों का प्रबंधन करने के लिए बहुत बीमार या कमजोर हो गए हैं।
- वे अपने दैनिक जीवन के सभी सामान्य कार्यों के लिए दूसरों पर निर्भर हैं।
- जब वे इतने निर्भर होते हैं, तो यह नहीं जानते कि उनकी ज़रूरतें कब और कैसे पूरी होंगी।
- या यह ज़रूरतें पूरी होंगी भी या नहीं, यह तनाव का दूसरा स्रोत है।
- एक पहले से तय की गयी दिनचर्या तनाव और चिंता को कम करती है।
- इससे वरिष्ठों को पता होता है कि वास्तव में क्या हो रहा है, कौन उनकी मदद कर रहा है, यह कार्य कैसे होगा और यह कब होगा।
- समय के साथ, ये नियमित क्रियाएं उनके शरीर की स्मृति Body Memory का हिस्सा बन जाती हैं। ऐसे में उन्हें सचेत रूप से सोचने या चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि आगे क्या हो रहा है।
Feeling of Safety and Security | बचाव और सुरक्षा की भावना बढ़ाना
- अनिश्चितता और अज्ञात (Unpredictable and Uncertain) अधितकतर लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा करता है।
- यह स्वाभाविक भी है। परन्तु एक नियमित दिनचर्या Daily Routine होने से वरिष्ठजन होने वाली चीज़ों का अनुमान लगा लेते हैं। और उसके अनुसार अपने दिन की योजना बनाते हैं, जिससे उन्हें सुरक्षित और स्थिर महसूस होता है।
- जब हमें बाकी सब कुछ ज्ञात और अनुमानित होता है, तो याददाश्त सम्बन्धी दिक्कतों के बावजूद भी चीज़ों को समझना और करना आसान होता है।
- भले ही मनोभ्रंश Dementia वाले किसी व्यक्ति को सचेत रूप से दिनचर्या के बारे में पता न हो।
- यहाँ तक की ऐसे व्यक्ति को समय बीतने का भी आभास नहीं रहता।
- फिर भी, नियमित दिनचर्या से गुजरने से वे अधिक स्थिर और सुरक्षित महसूस करते है।
- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, किसी भी काम को नियमित रूप से एक समय पर करने से वह हमारे अवचेतन मन में जगह बना लेता है।
Freedom from Confusion | निर्णय लेने की उलझन से मुक्ति
- नियमित दिनचर्या Daily Routine होने से रोज़-रोज़ छोटे-छोटे कामों के लिए निर्णय लेने से और संशय से भी मुक्ति मिलती है।
- जब एक दिनचर्या निश्चित है तो पहले क्या करूँ, ये करूँ या वो इन व्यर्थ की बातों से मुक्ति मिलती है।
- यह संशय व्यक्ति को दिमागी रूप से थका देते हैं।
Sound Sleep | बेहतर नींद
- निर्विवाद रूप से अच्छी और गहरी नींद बेहतर स्वास्थ्य का परिचायक है।
- नियमित दिनचर्या होने पर सभी को और साथ ही बुजुर्गों को भी बेहतर नींद में मदद मिलती है।
- सामान्य तौर पर यह देखा गया है और अध्ययन में भी पाया गया कि हर दिन एक ही समय पर भोजन, कपड़े पहनना और स्नान करना जैसी बुनियादी गतिविधियों को करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
चूंकि कई बड़े बुजुर्गों को रात में सोने में परेशानी होती है, इसलिए नियमित रूप से दिनचर्या बनाना स्थिति को सुधारने का एक सरल और दवाई रहित तरीका है।
इस तरह Daily Routine नियमित दिनचर्या के हम सबके लिए ढेरों फायदे हैं। आज आप जिस भी उम्र के हों बेहतर है की एक दिनचर्या का पालन शुरू करें। उम्र के उस पड़ाव पर जब आप वरिष्ठ होते हैं इस नियमित दिनचर्या की असली कीमत समझ आती है।